Donald Trump को नोबेल शांति पुरस्कार क्यों नहीं मिला?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) का नाम कई बार नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize) के लिए चर्चा में रहा। लेकिन अब तक उन्हें यह सम्मान नहीं मिला। आइए जानते हैं इसके पीछे के कारण विस्तार से।
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🌍 1. नोबेल शांति पुरस्कार क्या है?
नोबेल शांति पुरस्कार हर साल उन व्यक्तियों या संगठनों को दिया जाता है, जिन्होंने विश्व शांति, मानवाधिकार, और देशों के बीच समझ बढ़ाने में असाधारण योगदान दिया हो।
इस पुरस्कार का चयन नॉर्वे की नोबेल कमेटी करती है।
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🇺🇸 2. डोनाल्ड ट्रंप का नाम कैसे जुड़ा?
ट्रंप के कार्यकाल (2017–2021) के दौरान कुछ ऐसे कदम हुए, जिनसे उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के संभावित उम्मीदवार के रूप में देखा गया, जैसे:
इज़रायल और अरब देशों (UAE, बहरीन, मोरक्को) के बीच “Abraham Accords” शांति समझौते में भूमिका।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन से ऐतिहासिक मुलाकात और तनाव कम करने का प्रयास।
अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की योजना।
इन वजहों से कुछ समर्थकों और नेताओं ने उनका नाम नोबेल के लिए सुझाया।
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⚖️ 3. फिर भी क्यों नहीं मिला?
ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार न मिलने के कई प्रमुख कारण हैं:
🔹 (a) विवादास्पद नीतियाँ
ट्रंप की नीतियों को कई बार ध्रुवीकरण (polarizing) माना गया — जैसे आप्रवासन प्रतिबंध, मुस्लिम देशों पर यात्रा रोक, और जलवायु समझौते (Paris Agreement) से बाहर निकलना।
🔹 (b) घरेलू हिंसा और नस्लीय तनाव
उनके शासनकाल में अमेरिका में नस्लीय हिंसा और राजनीतिक विभाजन बढ़ा, जिससे विश्व स्तर पर उनकी “शांति” छवि कमजोर पड़ी।
🔹 (c) नोबेल समिति की प्राथमिकता
नोबेल कमेटी ऐसे व्यक्ति को प्राथमिकता देती है जिसने दीर्घकालिक शांति प्रयास किए हों और जिनके परिणाम विश्वस्तर पर स्थायी प्रभाव डालें।
ट्रंप की शांति कोशिशें सीमित समय और राजनीतिक लाभ तक सीमित मानी गईं।
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🧭 4. क्या भविष्य में मिल सकता है?
संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। अगर ट्रंप भविष्य में किसी स्थायी वैश्विक शांति समझौते या मानवता के लिए बड़ा कदम उठाते हैं, तो उनका नाम फिर से विचार में आ सकता है।
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💬 निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ ऐसे कदम उठाए जो शांति की दिशा में महत्वपूर्ण थे, लेकिन उनकी विवादित छवि, नीतिगत अस्थिरता, और अंतरराष्ट्रीय विश्वास की कमी ने उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से दूर रखा।
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