राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा – पूरा विवरण, मार्ग, उद्देश्य और मुलाकातें (2022–2023) Meta Description: जानिए राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की पूरी जानकारी — कब शुरू हुई, कहाँ पहुँची, किन राज्यों से गुज़री और किन लोगों से मुलाकात हुई। Tags: भारत जोड़ो यात्रा, राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी, राजनीति, श्रीनगर, कन्याकुमारी, Bharat Jodo Yatra, Rahul Gandhi
भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra), कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा शुरू की गई एक ऐतिहासिक जनयात्रा थी। इसका मुख्य उद्देश्य था देश में फैल रही नफरत, विभाजन और बेरोजगारी के खिलाफ एकजुटता का संदेश देना।
यह यात्रा दक्षिण भारत के कन्याकुमारी से शुरू होकर उत्तर भारत के श्रीनगर तक पहुँची।
---
🗓️ यात्रा की मूल जानकारी
विषय विवरण
यात्रा की शुरुआत 7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी (तमिलनाडु) से
यात्रा का समापन 29 जनवरी 2023 को श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) में
कुल अवधि लगभग 150 दिन
कुल दूरी करीब 3,570 किलोमीटर
शामिल राज्य 12 राज्य + 2 केंद्र शासित प्रदेश
मुख्य उद्देश्य देश को जोड़ना, नफरत और विभाजन की राजनीति के खिलाफ संदेश देना
---
🚶♂️ यात्रा का मार्ग (Route of Bharat Jodo Yatra)
राहुल गांधी ने इस यात्रा की शुरुआत कन्याकुमारी (तमिलनाडु) से की और श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) में जाकर तिरंगा फहराकर इसे समाप्त किया।
यात्रा निम्नलिखित राज्यों से होकर गुज़री:
1. तमिलनाडु – कन्याकुमारी, नागरकोयिल, मदुरै
2. केरल – कोल्लम, कोच्चि, त्रिशूर, एर्नाकुलम
3. कर्नाटक – मैसूर, बेल्लारी, चित्रदुर्ग
4. तेलंगाना – हैदराबाद, रंगारेड्डी
5. आंध्र प्रदेश – कर्नूल, नांदिगामा
6. महाराष्ट्र – नांदेड़, हिंगोली, अकोला
7. मध्य प्रदेश – खंडवा, इंदौर
8. राजस्थान – झालावाड़, कोटा, जयपुर
9. उत्तर प्रदेश – बरेली, आगरा
10. हरियाणा – पानीपत, करनाल
11. पंजाब – पटियाला, लुधियाना, पठानकोट
12. जम्मू-कश्मीर – जम्मू, श्रीनगर
---
👥 राहुल गांधी की जनता से मुलाकातें
यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने अलग-अलग वर्गों से मुलाकात की:
किसान – खेती और कर्ज़ से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा
मज़दूर व बेरोजगार युवा – रोज़गार और महंगाई के मुद्दों पर संवाद
महिलाएं – सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं पर बातचीत
छात्र – बेरोज़गारी और शिक्षा नीति पर विचार-विमर्श
सामाजिक कार्यकर्ता व NGO – समाज में समानता और न्याय की चर्चा
हर राज्य में स्थानीय नेताओं, कलाकारों और जनसंगठनों ने भी इस यात्रा का स्वागत किया।
---
🕊️ यात्रा का उद्देश्य
राहुल गांधी ने कहा कि इस यात्रा का मकसद है —
> “भारत में फैल रही नफरत और डर को मिटाकर, प्यार और एकता का संदेश देना।”
इस यात्रा को कांग्रेस ने राजनीतिक अभियान से अधिक एक सामाजिक आंदोलन के रूप में प्रस्तुत किया।
कांग्रेस के अनुसार, यात्रा ने लाखों लोगों से सीधा संवाद स्थापित किया और आम जनता की तकलीफ़ों को उजागर किया।
---
📍 यात्रा का समापन — श्रीनगर
29 जनवरी 2023 को राहुल गांधी ने श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराकर यात्रा का समापन किया।
इस दौरान हिमपात हो रहा था और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मंच पर मौजूद थे।
यह क्षण कांग्रेस पार्टी के लिए ऐतिहासिक माना गया।
---
📊 रोचक तथ्य
यात्रा की लंबाई लगभग 4,010 किमी थी।
कांग्रेस के अनुसार, करीब 13 करोड़ से अधिक लोग सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े।
यात्रा के आयोजन पर करीब ₹80 करोड़ का खर्च आया।
यात्रा के दौरान सोशल मीडिया पर #BharatJodoYatra ट्रेंड करता रहा।
---
✨ निष्कर्ष
भारत जोड़ो यात्रा ने राजनीति से परे जाकर जनता के बीच संवाद का नया अध्याय खोला।
राहुल गांधी ने इस यात्रा के माध्यम से एकता, प्रेम और संविधान की भावना को फिर से याद दिलाने की कोशिश की।
यह यात्रा भारतीय राजनीति में लंबे समय तक एक यादगार सामाजिक अभियान के रूप में याद की जाएगी।
Comments